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बुल्गारिया की बाबा वेंगा की कई भविष्यवाणियाँ कई बार सच साबित हुई हैं। अब, 63 साल बाद इंसानों में वायरस के संक्रमण को लेकर बाबा वेंगा की भविष्यवाणी चिंता का विषय बन गई है। बाबा वेंगा ने कई साल पहले इंसानों के लिए एक बड़ी आपदा की भविष्यवाणी की थी।
बाबा वेंगा के अनुसार, आज से ठीक 63 साल बाद, यानी 2088 में, दुनिया में एक ऐसा वायरस फैलेगा जिसके बारे में आज हमें कुछ भी पता नहीं है। इस वायरस से संक्रमित होने के बाद, लोग जल्दी बूढ़े होने लगेंगे। यानी इंसानों की जीवन प्रत्याशा तेज़ी से कम होती जाएगी और वे कम उम्र में ही मौत के करीब पहुँचने लगेंगे।
हालाँकि बाबा वेंगा की यह भविष्यवाणी छह दशक पुरानी है, लेकिन आज के बदलते मौसम, प्रयोगशाला में बने वायरस और जैविक युद्ध के बढ़ते खतरे को देखते हुए, यह भविष्यवाणी गंभीर चिंता का विषय बन सकती है।
बाबा वेंगा कौन थीं?
बाबा वेंगा का असली नाम वांगेलिया पांडेवा दिमित्रोवा था। उन्हें "बाल्कन की नास्त्रेदमस" के रूप में जाना जाता है। उनका जन्म 1911 में वर्तमान उत्तरी मैसेडोनिया में हुआ था। 12 साल की उम्र में एक बवंडर में उनकी दृष्टि चली गई थी। उनके अनुयायियों का मानना है कि दृष्टि खोने के बाद, उन्हें भविष्य देखने की शक्ति प्राप्त हुई। 30 साल की उम्र तक, वह अपनी भविष्यवाणियों और उपचारों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हो गई थीं।
उनकी प्रसिद्धि इतनी बढ़ गई कि न केवल आम लोग, बल्कि बुल्गारिया के राजा बोरिस तृतीय और सोवियत नेता लियोनिद ब्रेझनेव जैसे दिग्गज भी उनसे सलाह लेने आते थे।
बाबा वेंगा का 1996 में निधन हो गया, लेकिन उनकी भविष्यवाणियाँ आज भी चर्चा में हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में 9/11 के हमलों और 2022 में ब्रिटेन में आने वाली विनाशकारी बाढ़ की सटीक भविष्यवाणी की थी। इसलिए, 2088 में आने वाले 'त्वरित बुढ़ापा वायरस' की भविष्यवाणी को गंभीरता से लिया जा रहा है।
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